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Teachers Day Poem In Hindi: शिक्षक दिवस पर कविता

Posted on June 17, 2023 by ANDREW

Teachers Day Poem In Hindi: हेलो फ्रेंड्स। हमारे जीवन में हमें सही और गलत की पहचान कराने वाले हमारे गुरु होते हैं। हमारे अध्यापक ही हमे शिक्षा प्रदान करते हैं और जीवन को सही ढंग से जीना भी सिखाते हैं। एक अध्यापक का कार्य अपने विद्यार्थी को प्रभावी रूप से शिक्षा प्रदान कर उसको जीवन के विकास के लिए मार्गदर्शन कराना होता है। हम बड़े होकर सफलताओं को हासिल करेंगे इसमें हमारे अध्यापक का बहुत बड़ा हाथ होता है। आज हम आपके लिए अपने इस आर्टिकल के माध्यम से अध्यापक से संबंधित बहुत ही दिलचस्प कविताएं लेकर आए हैं हम उम्मीद करते हैं कि आप अभी तक हमारे इस पोस्ट को अवश्य पढ़ेंगे।

Table of Contents

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  • 1- Teachers Day Poem In Hindi: ज्ञान का दीपक वो जलाते
  • 2- रोज सुबह इनसे मिलते हैं
  • 3- आदर्शों की मिसाल बनकर
  • 4- गुरु आपकी ये अमृत वाणी (लेखक – सुजाता मिश्रा)
  • 5- Teachers Day Poem In Hindi: बच्चों के भविष्य को (लेखक – शम्भू नाथ)
  • 6- विद्या देते दान गुरूजी (लेखक – शिव नारायण सिंह)
  • 7- Teachers Day Poem In Hindi: सही क्या है, गलत क्या है
  • 8- Teachers Day Poem In Hindi: वो अपने ज्ञान की ज्योति से
  • 9- चुनौतियों से लड़कर जो
  • 10- शिक्षक यूं ही नहीं महान होते हैं

1- Teachers Day Poem In Hindi: ज्ञान का दीपक वो जलाते

ज्ञान का दीपक वो जलाते हैं,

माता पिता के बाद वो आते हैं।

माता देती हैं हमको जीवन,

पिता करते हैं हमारी सुरक्षा,

लेकिन जो जीवन को सजाते हैं,

वही हमारे शिक्षक कहलाते है।

शिक्षक बिना न ज्ञान है,

शिक्षक बिना न मान है,

हमारा जीवन सफल बनाते हैं,

ज्ञान का दीपक वो जलाते हैं।

जीवन संघर्षो से लड़ना शिक्षक हमे बताते हैं।

सत्य न्याय के पथ पे चलना शिक्षक हमे बताते हैं

ज्ञान का दीपक वो जलाते हैं, माता पिता के बाद वो आते हैं।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा बताया जा रहा है कि एक अध्यापक हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। माता-पिता के बाद दूसरे नंबर पर हमारे अध्यापक होते हैं जो हमें ज्ञान प्रदान करते हैं। कवि द्वारा कहा जा रहा है कि जिस तरह एक माह में नया जीवन देती है और पिता हमारी सुरक्षा करते हैं उसी तरह एक शिक्षक हम जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन कराते हैं। एक शिक्षा की हमारे जीवन को सफल बनाता है। गुरु का मान सम्मान करना हमारा परम कर्तव्य है। सही और न्याय के रास्ते पर चलना हमें हमारे शिक्षक की सिखाते हैं। प्रत्येक बच्चे के जीवन का विकास उसके शिक्षक द्वारा ही होता है।

2- रोज सुबह इनसे मिलते हैं

रोज सुबह मिलते है इनसे,

क्या हमको करना है ये बतलाते है।

ले के तस्वीरें इन्सानों की,

सही गलत का भेद हमें ये बतलाते है।

कभी ड़ांट तो कभी प्यार से,

कितना कुछ हमको ये समझाते है।

है भविष्य देश का जिन में,

उनका सबका भविष्य ये बनाते है।

है रगं कई इस जीवन में,

रगों की दुनिया से पहचान, ये करवाते है।

खो ना जाये भीड़ में कहीं हम,

हम को हम से ही ये मिलवाते है।

हार हार के फिर लड़ना ही जीत है सच्ची,

ऐसा एहसास ये हमको करवाते है।

कोशिश करते रहना हर पल,

जीवन का अर्थ हमें ये बतलाते है।

देते है नेक मज़िल भी हमें,

राह भी बेहत्तर हमे ये दिखलाते है।

देते है ज्ञान जीवन का,

काम यही सब है इनका,

ये शिक्षक कहलाते है, ये शिक्षक कहलाते है।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा बताया जा रहा है कि प्रतिदिन जब हम सुबह उठते हैं तो अपने माता-पिता के बाद अपने शिक्षक से मिलते हैं जो हमें ज्ञान और शिक्षा देते हैं। कवि द्वारा कहा जा रहा है कि दुनिया की पहचान हमें हमारे शिक्षा के द्वारा ही कराई जाती है। कई बार लड़खड़ा कर गिरने के बाद हमारे शिक्षक की हमें मोटिवेट कर दोबारा उठ खड़े होने का साहस और एनर्जी देते हैं। जीवन को कैसे जीना है और अपनी मंजिल तक कैसे पहुंचना है यह शिक्षा हमें हमारे शिक्षक ही देते हैं। हमारे चारों और कौन कैसा है किस तरह बात करनी है यह सारा ज्ञान हमें शिक्षक द्वारा ही दिया जाता है। हमारा परम कर्तव्य अपने गुरु का मान सम्मान करना और उनके बताए हुए मार्गदर्शन पर चलना है। हम अपने जीवन की हर परिस्थिति में डट कर खड़े हो पाएंगे।

3- आदर्शों की मिसाल बनकर

आदर्शों की मिसाल बनकर,

बाल जीवन संवारता शिक्षक।

सदाबहार फूल-सा खिलकर,

महकता और महकाता शिक्षक।

नित नए प्रेरक आयाम लेकर,

हर पल भव्य बनाता शिक्षक।

संचित ज्ञान का धन हमें देकर,

खुशियां खूब मनाता शिक्षक।

पाप व लालच से डरने की,

धार्मिक सीख सिखाता शिक्षक।

देश के लिए मर मिटने की,

बलिदानी राह दिखाता शिक्षक।

प्रकाशपुंज का आधार बनकर,

कर्तव्य अपना निभाता शिक्षक।

प्रेम सरिता की बनकर धारा,

नैया पार लगाता शिक्षक।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा एक शिक्षक अपने शिष्य का मार्गदर्शन कर उसको जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है उसके बारे में बताया जा रहा है। कवि द्वारा कहा जा रहा है कि एक शिक्षक आदर्श की मिसाल बनकर हमारे जीवन को फूलों की तरह सवार देता है। देश के लिए मर मिटने की धार्मिक से हमें हमारे गुरु द्वारा ही दी जाती है। एक शिक्षक हर पल में अपने शिष्य का साथ कभी नहीं छोड़ता।

4- गुरु आपकी ये अमृत वाणी (लेखक – सुजाता मिश्रा)

गुरु आपकी ये अमृत वाणी

हमेशा मुझको याद रहे।

जो अच्छा है जो बुरा है

उसकी हम पहचान करे।

मार्ग मिले चाहे जैसा भी

उसका हम सम्मान करे।

दीप जले या अँगारे हो

पाठ तुम्हारा याद रहे।

अच्छाई और बुराई का

जब भी हम चुनाव करे।

गुरु आपकी ये अमृत वाणी

हमेशा मुझको याद रहे।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखिका सुजाता मिश्रा जी द्वारा कहा जा रहा है कि प्रत्येक शिष्य में अपने शिक्षक के समान होते हैं, क्योंकि हमें जो ज्ञान मिलता है वह हमारा मार्गदर्शन कराता है। कुछ शिष्य अपने गुरु को इतने ध्यान से सुनते हैं कि वह एकदम उनकी परछाई जैसे होते हैं। गुरु द्वारा हमें जो ज्ञान दिया जाता है हमारे जीवन में हमेशा काम आता है और वह हमें याद रखना भी जरूरी होता है। अच्छाई और बुराई में फर्क करना यह ज्ञान हमें हमारे गुरु से ही मिलता है।

5- Teachers Day Poem In Hindi: बच्चों के भविष्य को (लेखक – शम्भू नाथ)

बच्चों के भविष्य को,

शिक्षक सजाता है।

ज्ञान के प्रकाश को,

शिक्षक जलाता है।

सही-गलत के फर्क को,

शिक्षक बताता है।

शिष्यों को सही शिक्षा,

शिक्षक ही दे पाता है।

ऊंचे शिखर पर शिष्य को,

शिक्षक ही चढ़ाता है।

बच्चों के भविष्य में,

और निखार लाता है।

शिष्य को कभी शिक्षक,

नहीं ढाल बनाता है।

असफल होते जब कार्य में,

अफसोस जताता है।

शिक्षक ही समाज का,

उत्तम जो ज्ञाता है।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक शंभू नाथ जी द्वारा बताया जा रहा है कि एक बच्चे का सुनहरा भविष्य उसके शिक्षक के हाथ में होता है। अध्यापक के सत्य वचन और अच्छे ज्ञान के कारण हैं एक शिष्य का भविष्य सितारों की तरह चमक सकता है। एक शिक्षक ही अपने शिष्य को सही दिशा की ओर ले जा सकता है। कई बार बार-बार परीक्षाओं में फेल होने पर अफसोस ना करके दोबारा कड़ी मेहनत का ज्ञान हमें हमारे गुरु के द्वारा ही मिलता है।

6- विद्या देते दान गुरूजी (लेखक – शिव नारायण सिंह)

विद्या देते दान गुरूजी,

हर लेते अज्ञान गुरूजी।

अक्षर अक्षर हमें सिखाते,

शब्द शब्द का अर्थ बताते।

कभी प्यार से कभी डाँट से,

हमको देते ज्ञान गुरूजी,

जोड़ घटाना गुणा बताते।

प्रश्न गणित के हल करवाते,

हर गलती को ठीक कराते।

पकड़ हमारे कान गुरूजी,

धरती का भूगोल बताते।

इतिहासों की कथा सुनाते,

क्या कब क्यों कैसे होता है।

समझाते विज्ञान गुरूजी,

खेल खिलाते गीत गवाते।

कभी पढ़ाते कभी लिखाते,

अच्छे और बुरे की हमको।

करवाते पहचान गुरूजी ।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक शिवनारायण सिंह जी द्वारा बताया जा रहा है कि कुछ ज्ञान हमारे गुरु हमें किताबों से देते हैं और कुछ ज्ञान वह हमें अपनी निजी जिंदगी से देते हैं। किताबों से ज्यादा खुद के एक्सपीरियंस से दिया गया ज्ञान हमारे जीवन में ज्यादा काम में आता है। अच्छे और बुरे की पहचान, सत्य और असत्य में फर्क, न्याय और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना ये सारे गुण हमें हमारे अध्यापक द्वारा दिए जाते हैं। इन्हीं ज्ञान से हमारे जीवन का विकास होता है और हम बड़े होकर एक अच्छे इंसान बनते हैं।

7- Teachers Day Poem In Hindi: सही क्या है, गलत क्या है

सही क्या है, गलत क्या है,

ये सब बताते हैं आप,झूठ क्या है और सच क्या है

ये सब समझाते है आप,

जब सूझता नहीं कुछ भी

राहों को सरल बनाते हैं आप,

जीवन के हर अँधेरे में,

रौशनी दिखाते हैं आप,

बंद हो जाते हैं जब सारे दरवाज़े

नया रास्ता दिखाते हैं आप,

सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं

जीवन जीना सिखाते हैं आप।

व्याख्या 

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा बताया जा रहा है कि हमारे गुरु ही हमें सही और गलत की पहचान करना सिखाते हैं और उन्हीं के द्वारा हमें झूठ और सच में फर्क समझ आता है। जीवन के हर अंधेरे में आशा की किरण बनकर हमारे गुरु आते हैं और हमारा सरल बना जाते हैं। जब सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तब नया रास्ता दिखाने वाले हमारे शिक्षक होते हैं। गुरु के द्वारा हमें केवल किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन जीने की सही दिशा और हमारे जीवन का विकास आदि प्राप्त होता है।

8- Teachers Day Poem In Hindi: वो अपने ज्ञान की ज्योति से

वो अपने ज्ञान की ज्योति से

घर-घर ज्ञान का दीप जलाते हैं।

जो बच्चों को पाठ पढ़ाते हैं

वो राष्ट्र निर्माता कहलाते हैं।

कभी डांट कर कभी प्यार से

बच्चों की गलती उन्हें बताते हैं।

जो बच्चों को अनुशासन सिखाते हैं

वो एक अच्छे शिक्षक कहलाते हैं।

अज्ञानता के काले बादल हटाकर

बच्चों में ज्ञान की रोशनी फैलाते हैं।

जो सदैव सत्य मार्ग पर चलना सिखाते हैं

वो ही असली पथ दर्शक कहलाते हैं।

जात-पात से ऊपर उठकर

इमानदारी, त्याग सहनशीलता, सिखाते हैं।

जो अच्छे समाज का निर्माण करते हैं

वो जग में आदर्श शिक्षक कहलाते हैं।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा कहा जा रहा है कि

आज के समय में एक बच्चे के लिए सही मार्गदर्शन केवल एक गुरु ही करा सकता है। एक शिक्षा की अपने ज्ञान की रोशनी से हर घर में एक शिक्षक बना सकता है। कभी प्यार से तो कभी डांट लगा कर हमारे शिक्षक द्वारा दी गई सिख हमें कुछ ना कुछ नया सिखाती है। एक अच्छे समाज का निर्माण एक इमानदार न्याय पर चलने वाले शिक्षक द्वारा होता है। शिक्षा को लेकर लोगों की सोच बदलने में एक अध्यापक का बहुत बड़ा हाथ होता है। एक गुरु के द्वारा ही एक बच्चे को बड़ों के प्रति मान सम्मान, छोटो के प्रति प्यार अच्छाई और बुराई में फर्क आदि ज्ञान प्राप्त होता है।

9- चुनौतियों से लड़कर जो

चुनौतियों से लड़कर जो

हमें आगे बढ़ना सिखाते हैं

वह शिक्षक कहलाते हैं।

हर कदम पर जो सफलता

का नया मार्ग दिखाते हैं

वह शिक्षक कहलाते हैं।

सही और गलत की जो

पहचान कराते हैं

वह शिक्षक कहलाते हैं।

भाग्य के भरोसे ना बैठे हो

जो हमें मेहनत करना सिखाते हैं

वह शिक्षक कहलाते हैं।

जान के दीप जला

जो हमें संस्कार सिखाते हैं

वह शिक्षक कहलाते हैं।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा बताया जा रहा है कि चुनौतियों से लड़ कर आगे बढ़ना और बार-बार असफलता जैसे ही पत्तियों का सामना करने के बाद आगे बढ़ने की प्रेरणा हमें जिन से मिलती है वह हमारे शिक्षक हैं। हमारे शिक्षक ही हमें सफलता का नया रास्ता दिखाते हैं। हमें सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करना यह ज्ञान हमारे गुरु के द्वारा ही हमें दिया जाता है। अंधेरों में दीया जलाना और चारों और रोशनी करना यह सब शिक्षा हमें एक शिक्षक द्वारा ही मिलती है।

10- शिक्षक यूं ही नहीं महान होते हैं

शिक्षक यूं ही नहीं महान होते हैं

इन्हें हर बारीकियों का ज्ञान होता है

करते हैं जो गलतियां हम

उन गलतियों का भी समाधान करते हैं

शिक्षक यूं ही नहीं महान होते हैं

हम शिष्यों के लिए वरदान होते हैं

छोटी-छोटी उंगलियों को

कितना कुछ सिखाया था

ज्ञान विज्ञान और कर्म

का पाठ तुमने ही पढ़ाया था

दुनिया की इन कठिनाइयों में

सरलता का मार्ग दिखाया था

उस कठिनाई के अंधेरे में

दीप ज्ञान का जलाया था।

व्याख्या

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा बताया जा रहा है कि एक गुरु ऐसे ही गुरु नहीं बन जाता। एक गुरु दिन रात मेहनत करने के बाद अपने शिष्यों को छोटी-छोटी बारीकियों का ज्ञान अपने एक्सपीरियंस से ज्यादा प्रदान करता है। एक शिक्षक ही बच्चों को ज्ञान विज्ञान कर्म दुनिया की कठिनाइयों का सामना करना और उनका मार्गदर्शन कराना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है एक गुरु के कंधों पर। एक शिष्य इन कड़ी चुनौतियों का सामना कर सफलता प्राप्त करता है तो सही मायनों में उस गुरु की मेहनत पूरी होती है जिसके बाद दोनों की खुशी का ठिकाना ही कुछ और होता है। जितनी मेहनत एक शिष्य करता है अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने की, उससे कहीं ज्यादा मेहनत एक गुरु की होती है जो अपने शिष्य को भरोसा दिलाता है कि निश्चित ही एक दिन सफलता हासिल करोगे।

हम आशा करते हैं कि आज का हमारा गुरुओं की मेहनत और शिक्षा पर आधारित यह पोस्ट आपको बेहद पसंद आया होगा। हर शिष्य की सफलता के पीछे एक गुरु का हाथ होता है आपकी सफलता के पीछे भी आपके गुरु का ही सपोर्ट होगा। आगे भी हम आपके लिए ऐसे ही दिलचस्प और मशहूर कविताएं लेकर आते रहेंगे और आप इसी तरह हमारी कविताओं को अपना प्यार देते रहें।

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