Hindi Shayari: आज हम आपके लिए अपने इस आर्टीकल के माध्यम से हिंदी की बेहतरीन और दिलचस्प शायरी लेकर आए हैं जिसे पढ़कर आप एकदम फ्रेश महसूस करेंगे। बारिश और छुट्टियों में अपना समय उन कार्यों में देना चाहिए जिससे आपको ज्ञान और नॉलेज मिलती है। कुछ लोग खाली समय में है बुक्स पढ़ना पसंद करते हैं और कुछ लोग शेरो शायरी लिखना और पढ़ना पसंद करते हैं।अगर आप भी शायरी में दिलचस्पी रखते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
1- ज़र्बुल-मसल (लेखक- इमाम बख़्श नासिख़)
ज़िंदगी ज़िंदा-दिली का है नाम
मुर्दा-दिल ख़ाक जिया करते हैं।
व्याख्या
इस शायरी में शायर इमाम बख्श नाशिक जी द्वारा बताया जा रहा है कि जिंदगी को हमेशा जिंदादिली के साथ जीना चाहिए मुर्दा दिल जीने वाले लोग खुशी-खुशी जिंदगी नहीं जिया करते।
2- चराग़ (लेखक- शफ़क़ सुपुरी)
जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा
किसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता।
व्याख्या
इस शायरी में शायर शफ़क़ सुपुरी द्वारा कहा जा रहा है कि जो लोग चिरागों की तरह रोशनी करते हैं वह हर जगह अपना एक मका बना लेते हैं क्योंकि किसी चिराग का अपना कोई मका नहीं होता मैं जहां जाते हैं रोशनी फैला देते हैं।
3- फ़िल्मी शेर (लेखक- मीर तक़ी मीर)
पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मीर तकी द्वारा बताया जा रहा है कि कई बार हमारे दिल का हाल हमारे चेहरे से पता चल जाता है लेकिन जिसे सच में पता होना चाहिए वह हमारे हाल से अनजान रहता है।
4- Hindi Shayari: जवानी (लेखक- ख़्वाजा मीर दर्द)
सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ
ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ।
व्याख्या
इस शायरी में शायर ख्वाजा मीर दर्द द्वारा कहा जा रहा है कि जिंदगी को हमेशा खुश मिजाजी के साथ जीना चाहिए और दुनिया की सैर करनी चाहिए क्योंकि जिंदगी रहेगी तो जवानी के दिन वापस नहीं आएंगे।
5- याद (लेखक- हसरत मोहानी)
नहीं आती तो याद उन की महीनों तक नहीं आती
मगर जब याद आते हैं तो अक्सर याद आते हैं।
व्याख्या
इस शायरी में शायर हसरत मोहानी द्वारा कहा जा रहा है कि हमारी जिंदगी में कुछ लोग ऐसे होते हैं कि जिनकी याद हमें अक्सर आती रहती है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि उस शक्स की याद महीनो तक नहीं आती।
6- Hindi Shayari: इंतिज़ार (लेखक- मिर्ज़ा ग़ालिब)
ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते यही इंतिज़ार होता।
व्याख्या
शायरी में शायर मिर्जा गालिब द्वारा बताया जा रहा है कि कई बार हम जिन लोगों से बेइंतेहा मोहब्बत करते हैं उनके इंतजार में ऐसा लगता है कि कही सारी उमर ही ना बीत जाए।
7- फ़िल्मी शेर (लेखक- निदा फ़ाज़ली)
कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता
कहीं ज़मीन कहीं आसमाँ नहीं मिलता।
व्याख्या
इस शायरी में शायर निदा फ़ाज़ली द्वारा कहा जा रहा है कि जिंदगी में हमेशा किसी के सपने पूरी तरह मुकम्मल नहीं होते कहीं ना कहीं कुछ कमी जरूर रह जाती हैं। जिंदगी में आपको जितना भी मिलता है उसे खुशी-खुशी अपनाकर जीना चाहिए।
8- आदमी (लेखक- निदा फ़ाज़ली)
हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी
जिस को भी देखना हो कई बार देखना।
व्याख्या
इस शायरी में शायर निदा फ़ाज़ली द्वारा बताया जा रहा है कि हर एक इंसान में एक से ज्यादा चेहरे छुपे होते हैं। वक्त और हालात का सामना करते करते कभी-कभी हम उन चेहरों से रूबरू हो जाते हैं।
9- याद (लेखक- दाग़ देहलवी)
वफ़ा करेंगे निबाहेंगे बात मानेंगे
तुम्हें भी याद है कुछ ये कलाम किस का था।
व्याख्या
इस शायरी में शायर दाग देहलवी द्वारा बताया जा रहा है कि जब कोई इंसान किसी से सच्चे दिल से मोहब्बत करता है तो बवह वफा भी करता है और निभाने की बात भी करता है। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि सामने वाले को भी आपसे ऐसी ही मोहब्बत होनी चाहिए।
10- Hindi Shayari: जब्र (लेखक- मुज़फ़्फ़र रज़्मी)
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने
लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मुजफ्फर रजनी जी द्वारा बताया जा रहा है कि कई बार हमारे किए गए कुछ अच्छाइयों की सजा हमें सदियों तक मिलती है।
11- ज़िंदगी (लेखक- सीमाब अकबराबादी)
उम्र-ए-दराज़ माँग के लाई थी चार दिन
दो आरज़ू में कट गए दो इंतिज़ार में।
व्याख्या
इस शायरी में शायद सीमाब अकबराबादी द्वारा कहा जा रहा है कि चार दिन की जिंदगी में लोग दो दिन आंसू और दो दिन लोगों का इंतजार करते-करते काट देते हैं। इस आस में जिंदगी के खूबसूरत लमहे पीछे छूट जाते हैं।
12-आदमी (लेखक- बशीर बद्र)
यहाँ लिबास की क़ीमत है आदमी की नहीं
मुझे गिलास बड़े दे शराब कम कर दे।
व्याख्या
इस शायरी में शायर बशीर बद्र द्वारा कहा जा रहा है कि आज के समय में आदमी की नहीं बल्कि महंगी लिबास की कीमत होती है।
13- बात (लेखक- साहिर लुधियानवी)
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया।
व्याख्या
इस शायरी में शायर साहिर लुधियानवी द्वारा कहा जा रहा है कि आज के समय में कौन किसके लिए रोता है। कई बार हमें अपने ही कही बात पर रोना आ जाता है।
14- इंतिहा (लेखक- कैफ़ी आज़मी)
इंसान की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं
दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद।
व्याख्या
इस शायरी में शायर कैफ़ आज़मी जी के द्वारा कहा जा रहा है लोगों की ख्वाहिशों की कोई नेहा नहीं होती। मरने के बाद दो गज कफन के साथ दो गज जमीन भी चाहिए।
15- Hindi Shayari: दुश्मनी (लेखक- बशीर बद्र)
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे
जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों।
व्याख्या
इस शायरी में शायर बशीर बद्र द्वारा कहा जा रहा है कि कभी भी किसी को जवाब देने से पहले इतनी गुंजाइश अपने दरमियां रखनी चाहिए कि जब भी आपका उस शख्स से सामना हो तो आपको शर्मिंदा ना होना पड़े।
16- बुलंदी (लेखक- वसीम बरेलवी)
आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है
भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर वसीम बरेलवी द्वारा कहा जा रहा है कि जो लोग आसमान की बुलंदी पर पहुंचकर इतराते हैं लोग क्यों भूल जाते हैं कि उस बुलंदी तक उन्हें इस जमी ने ही पहुंचाया है।
17- Hindi Shayari: याद (लेखक- मीर तक़ी मीर)
दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो
ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मीर तकी मीर द्वारा कहा जा रहा है कि दुनिया में आप चाहे खुश रहो या दुखी रहो लेकिन हमेशा अपना बर्ताव दूसरों के प्रति ऐसा रखो कि आपके ना होने पर लोग आपको दिल से याद करें।
18- Hindi Shayari: इंतज़ार (लेखक- गुलज़ार)
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया।
व्याख्या
इस शायरी में शायर गुलजार द्वारा बताया जा रहा है कि जिन लोगों से हम बेइंतहा मोहब्बत करते हैं उनकी राहों में रुक कर उनका इंतजार करते हैं।
19- मजबूर (लेखक- जौन एलिया)
इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊं
वरना यूं तो किसी की नहीं सुनी मैं ने।
व्याख्या
इस शायरी में शायर जॉन एलिया द्वारा कहा जा रहा है कि आज के समय में लोग दूसरों को नीचा दिखा कर इतना मजबूर कर देते हैं कि जो लोग किसी की सुनना पसंद नहीं करते उन्हें भी मजबूरी में दूसरों के कहे ताने सुनने पड़ते हैं।
20- Hindi Shayari: चैन (लेखक- ज़ौक)
अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जाएंगे
मर के भी चैन न पाया तो किधर जाएंगे।
व्याख्या
इस शायरी में शायर ज़ौक द्वारा बताया जा रहा है कि कुछ लोग अक्सर हालातों से मजबूर होकर इतने बेचैन हो जाते हैं कि वह सोचने लगते हैं कि शायद मरकर चैन आ जाए।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह हिंदी शायरी आर्टिकल आपको अवश्य ही पसंद आया होगा और दोस्तों आगे भी हम आपके लिए इसी तरह दिल को छू लेने वाली शायरी अपने इस लेख के माध्यम से लेकर आते रहेंगे और आप इसी तरह हमारे आर्टिकल को पढ़कर अपनी मोहब्बत से नवाजते रहे।