Best Shayari in Hindi: वैसे तो शायरी सुनना सभी को बहुत पसंद होता है लेकिन शायरी में अपने अल्फाजों को बयां करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। खासतौर पर लड़कियों को अपनी तारीफ शायरी भरे अंदाज में सुनना बहुत पसंद आता है। कई बार हम अपने दिल की बात दूसरों तक पहुंचाने के लिए शायरी के जरिए कागज पर कलम से उतार देते हैं जिससे कि सामने वाले बंदे पर कुछ अच्छा इंप्रेशन पड़ता है।आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन और चुनिंदा शायरों की शायरी लेकर आएंगे जिसे पढ़कर अवश्य ही आपको आनंद और उत्साह का अनुभव होगा। यदि आपको भी शायरी पढ़ना पसंद है तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
1- धड़कन (लेखक-क़तील शिफ़ाई)
कुछ कह रही हैं आप के सीने की धड़कनें
मेरा नहीं तो दिल का कहा मान जाइए।
व्याख्या
इस शायरी में शायर कातिल शिफाई द्वारा कहा जा रहा है कि जो लोग सच्चे दिल से मोहब्बत करते हैं,उनके दिल की बात बिन बोले भी सुन लेनी चाहिए और समझ लेनी चाहिए।
2- Best Shayari in Hindi: मोहब्बत (लेखक- वसीम बरेलवी)
मोहब्बत में ज़रा सी बेवफ़ाई तो ज़रूरी है
वही अच्छा भी लगता है जो वादे तोड़ देता है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर वसीम बरेलवी जी द्वारा कहा जा रहा है कि कई बार मोहब्बत में थोड़ा दर्द बर्दाश्त करना भी जरूरी है। मोहब्बत आसानी से मिल जाए मोहब्बत कैसी। मोहब्बत में कई बार बेवफाई और साथ छोड़ जाने वाले इंतेहा से भी गुजरना पड़ता है।
3- हसरत (लेखक- बहादुर शाह ज़फ़र)
कह दो इन हसरतों से कहीं और जा बसें
इतनी जगह कहाँ है दिल-ए-दाग़दार में।
व्याख्या
इस शायरी में शायर द्वारा बताया जा रहा है कि कई बार दिन में इतने हसरतें उजागर हो जाते हैं कि आगे किसी और को आए और हसरत के बस जाने की जगह नहीं होती।
4- Best Shayari in Hindi: इल्ज़ाम (लेखक- माधव राम जौहर)
छोड़ना है तो न इल्ज़ाम लगा कर छोड़ो
कहीं मिल जाओ तो फिर लुत्फ़ -ए -मुलाक़ात रहे।
व्याख्या
इस शायरी में शायर माधवराम जौहर जी द्वारा कहा जा रहा है कि यदि आप किसी को अपनी जिंदगी से बाहर निकालना चाहते हैं तो उसे इल्जाम लगाकर छोड़ो क्योंकि दोबारा मिलने पर मुलाकात का मजा कुछ और होता है।
5- क़यामत (लेखक- फ़िराक़ गोरखपुरी)
आई है कुछ न पूछ क़यामत कहाँ कहाँ
उफ़ ले गई है मुझको मोहब्बत कहाँ कहाँ।
व्याख्या
इस शायरी में शायर फिराक गोरखपुरी द्वारा कहा जा रहा है मोहब्बत करने के बाद इंसान को कैसे कैसे इंतहानों से गुजरना पड़ता है वह इम्तिहान कयामत से कम नहीं होते।
6- Best Shayari in Hindi: गुलाब (लेखक- शहरयार)
गुलाब जिस्म का यूँ ही नहीं खिला होगा
हवा ने पहले तुझे फिर मुझे छुआ होगा।
व्याख्या
इस शायरी में शायर शहरयार जी द्वारा बताया जा रहा है कि मोहब्बत में प्यार का गुलाब ऐसे ही नहीं खिल जाता है। पहले हवा दोनों को छूकर गुजरती है।
7- गुफ़्तुगू (लेखक- अहमद फ़राज़)
गुफ़्तुगू अच्छी लगी ज़ौक़-ए-नज़र अच्छा लगा
मुद्दतों के बाद कोई हमसफ़र अच्छा लगा।
व्याख्या
इस शायरी में अहमद फराज जी द्वारा कहा जा रहा है कि कभी-कभी किसी के बात करने का अंदाज बहुत अच्छा लगता है और कई मुद्दतों के बाद कोई ऐसा हमसफर अच्छा लगता है और उसकी बातें अच्छे लगती हैं।
8- फ़साना (लेखक- जिगर मुरादाबादी)
इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है
सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर द्वारा कहा जा रहा है कि मोहब्बत जैसे छोटे लड़के बड़े बड़े फसाने बन जाते हैं। मोहब्बत जब तक दिल में रहे तो वह सिमटी हुई रहती है लेकिन अगर लोगों में फैल जाए तो जमाने भर में बदनाम हो जाते हैं।
9- मोहब्बत (लेखक- दाग़ देहलवी)
कहने देती नहीं कुछ मुँह से मोहब्बत मेरी
लब पे रह जाती है आ आ के शिकायत मेरी।
व्याख्या
इस शायरी में शायर द्वारा कहा जा रहा है कि जब कोई मनुष्य सच्चे दिल से मोहब्बत करता है तो उसकी मोहब्बत अपने साथी से शिकायत होते हुए भी कुछ कहने से रोक लेती है क्योंकि वहां पर फिक्र रहती है कि कहीं आपके कहे अल्फाज आपके साथी को ठेस ना पहुंचा दें।
10- Best Shayari in Hindi: रफ़्ता रफ़्ता (लेखक- ख़ुमार बाराबंकवी)
भूले हैं रफ़्ता रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हम
क़िस्तों में ख़ुद-कुशी का मज़ा हम से पूछिए।
व्याख्या
इस शायरी में शायर खुमार बाराबंकवि जी द्वारा कहा जा रहा है कि अच्छे दिल से की गई मोहब्बत को भुलाने में एक अरसा भी जाता है क्योंकि मोहब्बत में जब तक तकलीफ ना हो तब तक उसका मजा ही नहीं महसूस होता।
11- उजाले (लेखक- बशीर बद्र)
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए।
व्याख्या
इस शायरी में शायर द्वारा बताया जा रहा है कि कई और कुछ लोग हमारा साथ छोड़कर अपनी कुछ मुस्कुराने वाली यादें छोड़ जाते हैं जो जिंदगी में हमारे साथ एक रोशनी की तरह चलते हैं क्योंकि मनुष्य को नहीं पता कि कब जिंदगी की शाम हो जाए और उसका अंत हो जाए।
12- Best Shayari in Hindi: दुख (लेखक- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़)
ओर भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा।
व्याख्या
इस शायरी में शायर फैज अहमद फैज जी द्वारा कहा जा रहा है कि इस दुनिया में मोहब्बत के अलावा लोगों को और भी दुख तकलीफ होते हैं। इसी तरह वस्ल की राहत के सिवा और भी रहते उसे जिंदगी में मिलती है।
13- रंजिश (लेखक- अहमद फ़राज़)
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अहमद फराज जी द्वारा बताया जा रहा है कि कभी-कभी कुछ लोग हमारा दिल इतना दुखा जाते हैं कि उनके दी गई तकलीफ नासूर की तरह हमारे साथ हमेशा रहती है जो कभी भर नहीं सकती।
14- Best Shayari in Hindi: हिसाब (लेखक- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़)
कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब
आज तुम याद बे-हिसाब आए।
व्याख्या
इस शायरी में शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जी द्वारा कहा जा रहा है कि आपके साथी द्वारा दिए गए तकलीफ और गम का हिसाब जब एक व्यक्ति लेने पर आता है तो उसकी दी गई तकलीफ का दुगना हिसाब करके ही मानता है।
15- जन्नत (लेखक- मिर्ज़ा ग़ालिब)
हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर द्वारा कहा जा रहा है कि जन्नत की हकीकत क्या है वह हमें बाखूबी मालूम है लेकिन तसल्ली और खुश रखने के लिए जन्नत का ख्याल भी एक मनुष्य के लिए बहुत होता है।
16- याद (लेखक- राहत इंदौरी)
उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है।
व्याख्या
शायरी में शायर राहत इंदौरी जी द्वारा कहा जा रहा है कि जब हम किसी से दिल से मोहब्बत करते हैं और उसकी याद आती है तो दिल की धड़कन तेज चलने लगती है जिससे कि उस व्यक्ति की इबादत में खलल पड़ता है।
17- इश्क़ (लेखक- मिर्ज़ा ग़ालिब)
इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया
वर्ना हम भी आदमी थे काम के ।
व्याख्या
यह शायरी मिर्जा गालिब जी की बहुत ही प्रसिद्ध शायरी है जिसमें वे कह रहे हैं कि मोहब्बत कैसे एक व्यक्ति को निकम्मा बना देती है मोहब्बत से पहले एक व्यक्ति अपना हर काम समय अनुसार करता है लेकिन मोहब्बत का रंग चढ़ने पर कैसे मैं अपने रास्ते से भटक जाता है।
18- बदनाम (लेखक- अकबर इलाहाबादी)
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अकबर इलाहाबादी जी द्वारा कहा जा रहा है कि कई बार हम अपने से शिकायत भी करते हैं तो बदनाम हो जाते हैं लेकिन सामने वाला अपना हमारा कत्ल भी कर दे तो चर्चा नहीं होती।
19- Best Shayari in Hindi: मोहब्बत (लेखक- मिर्ज़ा ग़ालिब)
मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मर जा साले जी द्वारा कहा जा रहा है कि मोहब्बत में व्यक्ति जिस तरह से जीने मरने की कसमें खाता है ऐसे लोग जीने मरने में फर्क नहीं समझते। प्यार में जिस व्यक्ति को देखकर कभी हम जीते हैं कई बार वही व्यक्ति हमारे मरने की वजह बन जाता है।
20- बुलंद (लेखक- अल्लामा इक़बाल)
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अल्लामा इकबाल जी द्वारा कहा जा रहे कि व्यक्ति को ने खुदा को इस तरह राजी कर लेना चाहिए और इतना बुलंद कर लेना चाहिए कि खुदा भी आपसे आपकी रज़ा पूछे।
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21- सादगी (लेखक- मिर्ज़ा ग़ालिब)
इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मिर्जा गालिब द्वारा बताया जा रहा है कि कभी-कभी आपकी सादगी भी लोगों को घायल कर देती है।
22- ख़बर (लेखक- निदा फ़ाज़ली)
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर निदा फ़ाज़ली द्वारा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों को बेखुदी चीज क्या है उसकी खबर नहीं होती लेकिन जो लोग सच्चे दिल से किसी से मोहब्बत करते हैं उन्हें बेखुदी भी समझ आती हो और जिंदगी भी।
23- Best Shayari in Hindi: मुलाक़ात (लेखक- बशीर बद्र)
न जी भर के देखा न कुछ बात की
बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की।
व्याख्या
इस शायरी में शायर बशीर बद्र द्वारा बताया जा रहा है कि कुछ लोग किसी से बिना देखे बात करते हैं और उन्हें बड़ी आरजू होती है पहली मुलाकात की।
24- बिछड़े (लेखक- अहमद फ़राज़)
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अहमद फ़राज़ जी द्वारा कहा जा रहा है कि जब 2 लोगों के रास्ते एक बार अलग हो जाते हैं तो उनका दोबारा मिलना नामुमकिन होता है जिस तरह लोग सुखा हुआ गुलाब अपनी किताबों में रखते हैं उसी तरह अलग होने के बाद शायद ही दो लोग ख्वाबों में मिलते हैं।
25- गुम (लेखक- अनवर शऊर)
अच्छा ख़ासा बैठे बैठे गुम हो जाता हूँ
अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूँ।
व्याख्या
शायरी में शायर अनवर शाह द्वारा बताया जा रहा है कि जब आप किसी से प्यार करते हैं तो कई बार ऐसा होता है कि हम बैठे बैठे उस शख्स की यादों में गुम हो जाते हैं।
26- Best Shayari in Hindi: याद (लेखक- फ़िराक़ गोरखपुरी)
एक मुद्दत से तेरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं।
व्याख्या
इस शायरी में शायर फिराक गोरखपुरी द्वारा कहां जा रहा है कि जब दो लोग अपने रास्ते अलग कर लेते हैं तब हम उसे याद नहीं करते लेकिन दिल से कभी भूल भी नहीं पाते है।
27- अकेला (लेखक- मजरूह सुल्तानपुरी)
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मजरूह सुल्तानपुरी द्वारा कहा जा रहा है कि जब एक इंसान अपनी मंजिल पाने के लिए अकेला रास्ते पर चलने लगता है तो रास्ते में उसे कई ऐसे लोग मिलते हैं जो उस सफर में उसका साथ देने निकल पड़ते हैं और इस तरह मंजिल की ओर कारवां बनता चला जाता है।
28- इम्तिहाँ (लेखक- अल्लामा इक़बाल)
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अल्लामा इकबाल द्वारा बताया जा रहा है कि जब आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो उस मोहब्बत को पाने के लिए कई इम्तिहाँ से गुजरना पड़ता है तब कहीं जाकर मोहब्बत की मंजिल मिलती है।
29- गुम (लेखक- मिर्ज़ा ग़ालिब)
हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मिर्जा गालिब द्वारा कहां जा रहा है कि कई बार हमारे दिल में बहुत सारी ख्वाहिशें ऐसी होती हैं जिनमें से कुछ पूरी होती हैं और कुछ नहीं। लेकिन लोग जितना पाते हैं फिर भी कुछ ना मिलने की आस में खुद को पीछे ही पाते हैं।
30- Best Shayari in Hindi: आहट (लेखक- फ़िराक़ गोरखपुरी)
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं।
व्याख्या
इस शायरी ने शायर फिराक गोरखपुरी द्वारा कहा जा रहा है कि जब किसी इंसान पर घर के प्रति जिम्मेदारियां होती हैं तो जिंदगी का इतना तजुर्बा हो जाता है कि कब क्या होने वाला है उसको आहट हो जाती हैं।
31- ग़म (लेखक- वसीम बरेलवी)
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे।
व्याख्या
शायरी में शायर वसीम बरेलवी द्वारा बताया जा रहा है कि जिंदगी को हमेशा अपने हिसाब और अपने नजरिए से जीना चाहिए। दूसरों को खुश करने के लिए जिंदगी नहीं जीनी चाहिए।
32- इंतिज़ार (लेखक- अल्लामा इक़बाल)
माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं
तू मेरा शौक़ देख मेरा इंतिज़ार देख।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अल्लामा इकबाल द्वारा कहा जा रहा है कि जब आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो आप उसका इंतजार भी खुशी-खुशी करने लग जाते हैं। हो सकता है कि सामने वाला आपको अपने काबिल ना समझता हो लेकिन फिर भी अगर मोहब्बत सच्ची हो तो सामने वाला व्यक्ति खुशी-खुशी इंतजार करने से नही घबराता।
33- Best Shayari in Hindi: इश्क़ (लेखक- हसरत मोहानी)
चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है।
व्याख्या
इस शायरी शायर हसरत मोहानी द्वारा बताया जा रहा है कि प्यार में धोखा खाने के बाद कुछ लोग अपने प्यार को याद कर कर के रात दिन आंसू बहाते रहते हैं लेकिन क्या फायदा ऐसे प्यार के लिए दुखी होने से जिसे आप की परवाह ही ना हो।
34- प्रेरणादायक (लेखक- साहिर लुधियानवी)
वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन
उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा।
व्याख्या
इस शायरी में शायर साहिर लुधियानवी द्वारा कहा जा रहा है कि जब आपको अंदाजा हो जाएगी जिंदगी में जो आगे होने वाला है वह मुमकिन नहीं है तो उस कहानी को एक खूबसूरत मोड़ पर लाकर छोड़ देना चाहिए क्योंकि आगे चलकर आपको केवल दुख और आसू से ज्यादा कुछ नहीं मिलने वाला।
35- इश्क़ (लेखक- बशीर बद्र)
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी
यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता।
व्याख्या
शायरी शायर बशीर बद्र द्वारा बताया जा रहा है कि कुछ लोग प्यार में बेवफाई करते हैं लेकिन कुछ लोगों की बेवफाई के पीछे ऐसी मजबूरियां होती है जिनकी वजह से वह अपने प्यार का साथ नहीं दे पाते हैं।
36- Best Shayari in Hindi: ज़िंदगी (लेखक- बशीर बद्र)
ज़िंदगी तू ने मुझे क़ब्र से कम दी है ज़मीं
पाँव फैलाऊँ तो दीवार में सर लगता है।
व्याख्या
इस शायरी में शायर बशीर बद्र द्वारा जिंदगी से शिकायत करते हुए कहा जा रहा है कि कब्र से भी कम जमीन जिंदगी ने कुछ लोगों को दी है जिसके कारण में अपने पांव फैला कर सुकून की नींद भी नहीं सो सकते।
37- प्रेरणादायक (लेखक- जिगर मुरादाबादी)
हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं।
व्याख्या
इस शायरी में शायर जिगर मुरादाबादी द्वारा कहा जा रहा है कि अपना व्यक्तित्व ऐसा बनाओ कि किसी में आप को मिटाने का दम ना हो और आप अपने जीवन में इतने कामयाब बनो कि आपको जमाने की जरूरत नहीं बल्कि जमाने को आपकी जरूरत पड़े।
38- इश्क़ (लेखक- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़)
दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के।
व्याख्या
इस शायरी ने शायर फैज अहमद फैज द्वारा कहा जा रहा है कि कोई इंसान आपसे सच्ची मोहब्बत करता है ऐसे इंसान को कभी भी अपने मतलब के लिए इस्तेमाल ना करें बल्कि उस शक्स की सच्ची मोहब्बत की कद्र करें। यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो उसकी जिंदगी से खेलने का आपको कोई हक नहीं है।
39- इश्क़ (लेखक- अहमद फ़राज़)
किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम
तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ।
व्याख्या
इस शायरी में शायर अहमद फराज द्वारा बताया जा रहा है कि जब कोई इंसान आपको सच्चा प्यार करता है तो आपके द्वारा दिए गए धोखे का जिक्र वह दुनिया या लोगों के सामने कभी नहीं कर सकता, क्योंकि उस व्यक्ति की नजर में आपकी इज्जत और कदर हमेशा रहती हैं।
40- Best Shayari in Hindi: प्रसिद्ध मिसरे (लेखक- मीर तक़ी मीर)
राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या
आगे आगे देखिए होता है क्या।
व्याख्या
इस शायरी में शायर मीर तक़ी मीर द्वारा बताया जा रहा है कि वैसे तो इश्क प्यार मोहब्बत की मंजिल से आप सभी वाकिफ होंगे लेकिन फिर भी यदि आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो बहुत सोच समझकर कीजिएगा। क्योंकि आगे आगे क्या होने वाला है और क्या हो सकता है उसका अंदाजा आपको वक्त के साथ होने लगता है।
41- टूटकर संभलना
जिंदगी में वक्त सभी को आजमाता है,
जो टूट जाता है वह बिखर जाता है,
जो संभल जाता है वह निखर जाता है।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा बताया जा रहा है कि जिंदगी में सबके साथ कोई ऐसा वक्त अवश्य आता है जो आपके लिए आजमाइश होता है लेकिन इस मुश्किल वक्त में जो खुद को संभाल लेता है वह आगे बढ़ जाता है और जो टूट जाता है वह इंसान बिखर जाता है।
42- स्वभाव
जिंदगी में सब कुछ सरल तभी लगता है
जब हमारा खुद का स्वभाव सरल हो।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा कहा रहा है कि कि यदि आपका स्वभाव सरल है तो आपकी जिंदगी भी आपको सरल लगती है लेकिन अगर आपका व्यवहारी दूसरों के प्रति गलत है तो आपकी जिंदगी भी आपको गलत रास्ते पर ले जायेगी।
43- पसंद न पसंद
इंसान की पसंद और नापसंद
पर ही उसकी मंजिलें तय होती है।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा बताया जा रहा है कि आपकी मंजिल आपकी पसंद और ना पसंद पर निर्भर होती है। बस पर सिर्फ इतना है कि कुछ लोग अपनी पसंद और नापसंद के बारे में सबके सामने खुलकर बात करना पसंद करते हैं और कुछ लोग मन ही मन घुटते हैं।
44- लोगो की पहचान
अक्सर बुरा वक्त ही
सही और गलत लोगों की
पहचान करवाता है।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा कहा जा रहा है कि जिंदगी में लोगों की पहचान तभी होती है जब हम पर कोई बुरा वक्त आता है। इस बुरे वक्त में कई बार हमारे अपने ही साथ छोड़ देते हैं और कुछ पराए अपने बनकर सामने आते हैं।
45- मोहब्बत
यह मोहब्बतें भी बस यूं ही बदनाम है
लोग छुप छुप कर मोहब्बत करते हैं
और शादी खुलेआम करते हैं।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा बताया जा रहा है कि लोगों ने मोहब्बत को ऐसे ही बदनाम कर रखा है जहां लोग मोहब्बत जैसी पांच चीज तो चुप-चुप कर करते हैं और शादी खुलेआम करते हैं। यदि आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो खुलेआम इजहार भी कीजिए और इस इंसान को अपनी जिंदगी में भी लेकर आए।
46- दस्तूर
आजकल का यह दस्तूर है
किसी वजह से नहीं
लोग यहां बेवजह छोड़ने पर मजबूर हैं।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा कहा जा रहा है कि जिंदगी का एक कड़वा सच यह भी है कि लोगों ने दूसरों को बेवजह मजबूरी के नाम पर छोड़ने का दस्तूर बना रखा है। यदि आपको अपनी जिंदगी में किसी को शामिल ही नहीं करना है तो उसे इंसान के साथ टाइम पास जैसी गलत चीज भी ना करें क्योंकि आप तो मजबूरी के नाम पर किसी को छोड़ जाते हैं लेकिन आपकी बातों का उसे व्यक्ति पर कितना गलत प्रभाव पड़ता है वह केवल वही इंसान जान सकता है।
47- ज़िंदगी
यह जिंदगी भी सबसे ज्यादा जलील
अपनों के बीच ही करती है।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा बताया जा रहा है कि कभी-कभी कुछ ऐसी परिस्थितियों लोगों के सामने आ जाते हैं कि उसे अपनों के बीच ही जलील होना पड़ जाता है अपने कर्मों के कारण। कभी भी कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए कि आपको दूसरों के सामने झुकना पड़े।
48- हादसे भी जरूरी है
जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए
और कुछ सीखने के लिए
कभी-कभी हादसे भी जरूरी होते हैं।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा कहा जा रहा है कि जिंदगी में आगे बढ़ाने और कुछ सीखने के लिए हाथ से होना भी जरूरी है। कुछ हाथ से हमारी जिंदगी में ऐसे होते हैं जो हमें बहुत कुछ बड़ा और नया सीख देते हैं।
49- इंसान की अच्छाई
इंसान के अंदर अच्छाई होना भी कभी-कभी
बेवजह इस्तेमाल होने का सबब बन जाता है।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा बताया जा रहा है कि कई बार इंसान का जरूरत से ज्यादा अच्छा होना भी लोगों के लिए फायदे का बाज़ बन जाता है। आपकी अच्छाई के कारण आपको लोग बेवजह इस्तेमाल करेंगे और काम निकल जाने पर छोड़ जाएंगे। इसलिए लोगों के साथ सोच समझकर अच्छे बने।
50- धोका
जिंदगी की सच्चाई समझते हुए भी
हम खुद ही खुद को धोखा दिए जाते हैं।
व्याख्या
इस शायरी के माध्यम से शायर द्वारा कहा जा रहा है कि कई बार हमें जिंदगी की हकीकत का अंदाजा होता है लेकिन फिर भी हम खुद को शांत करते हुए धोखा देते हैं। यदि आप जिंदगी की हकीकत से रूबरू है तो खुद को उसे अपने के लिए कोशिश करें ना कि धोखा दे ।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारी आज की बेहतरीन और शानदार शायरों की शायरी अवश्य ही पसंद आई होगी और आपका मूड अवश्य ही चेंज हुआ होगा। आगे भी हम आपके लिए तरह अपने आर्टिकल के माध्यम से बेहतरीन शायरी लेकर आते रहेंगे और आप हमेशा इसी तरह अपना प्यार बनाए रखें।