मधुमेह : दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं मधुमेह के बारे में जिसे सामान्य भाषा में हम डायबिटीज या शुगर कहते हैं। सारे लोगों को नहीं पता है कि डायबिटीज को मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो हमारे ज्यादा मीठा खाने के प्रति बढ़ती गई लापरवाही के कारण हो जाती है और मरते दम तक हमारा पीछा नहीं छोड़ती। इस बात से तो आप सभी लोग वाकिफ होंगे कि बहुत सारे लोग किसी भी खुशी के अवसर पर मीठा खाना नहीं छोड़ते। इसके अलावा भी बहुत सारे लोग खाना खाने के बाद मीठा पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप लोग जानते हैं कि इस छोटी सी लापरवाही के कारण हम एक ऐसी बीमारी की ओर बढ़ जाते हैं इसके बाद इसके बाद वह हमारी परछाई की तरह हमारे साथ रहती हैं। तो चलिए दोस्तों बिना वक्त गवाएं आज हम आपको मधुमेह से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं यदि आपको भी मधुमेह से संबंधित जानकारी प्राप्त करनी है तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पड़े।
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मधुमेह क्या है और कितने प्रकार की होती है ?
दोस्तों यह हमने आपको पहले भी बताया हुआ है कि हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम होने के कारण शरीर के ब्लड में उसकी मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण हमें डायबिटीज हो जाती है। इंसुलिन एक तरह का हार्मोन होता है जो हमारे शरीर का पैंक्रियास छोड़ना शुरू करता है वहीं दूसरी और हमारा द्वारा खाया गया खाना शरीर के अंदर जाकर हिस्सों में टूटने लगता है जब वह खाना छोटे-छोटे टुकड़ों में डिवाइड होने लगता है उसे दौरान शरीर से ग्लूकोस निकालने की प्रक्रिया शुरू होती है। इस प्रक्रिया के दौरान जब इंसुलिन कम होता है और शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है तो उसे अवस्था में मधुमेह रोग होने के चांसेस ज्यादा होते हैं। इसके अलावा यदि आप मीठा खाने के शौकीन हैं ज्यादा मात्रा में मीठा खाना पसंद करते हैं तब भी आपको डायबिटीज हो सकती है।
दोस्तों बहुत सारे लोगों को पता है कि डायबिटीज जैसी बीमारी है लेकिन क्या आप लोग यह जानते हैं कि डायबिटीज कितने प्रकार की होती है और इसके होने के क्या-क्या कारण और क्या-क्या लक्षण हो सकते हैं तो आईए जानते हैं।
- टाइप 1 इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज
- टाइप 2 नॉन-इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज
- गर्भावस्था मधुमेह Gestational Diabetes
- प्री-डायबिटीज Prediabetes
मधुमेह होने के मुख्य कारण
तो दोस्तों अब हम आपको इन चारों प्रकार के डायबिटीज के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं कि आप इन चारों प्रकार के डायबिटीज होने के क्या कारण हैं ? और आप किस प्रकार इससे बच सकते हैं जो इस प्रकार है कि –
1-मधुमेह : इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज
इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज बहुत कम उम्र में हो जाने वाली बीमारी है। इस डायबिटीज को होने का मुख्य कारण पैंक्रियास इंसुलिन बनाने का कार्य नहीं कर पता है जिस वजह से जिस वजह से यह कम उम्र में ही हो जाती है। सबसे साधारण डायबिटीज की सबसे मुश्किल बात यह है कि इस डायबिटीज का कोई भी उपचार नहीं बन पाया है। लेकिन आप कुछ घरेलू उपाय और दवाइयां की मदद से इसको कंट्रोल में अवश्य कर सकते हैं क्योंकि इस डायबिटीज के बचाव और पहचान बचपन में हो जाती है।
2-नॉन इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज
अब बात करते हैं नॉन इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज जो कि किशोर में ज्यादा देखने को मिलता है। इस डायबिटीज में हमारा अग्न्यास अग्न्यास इंसुलिन हार्मोन को नहीं बना पाता है इसके कारण हमारे ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। के अलावा इसका मुख्य कारण हमारा मोटापा और ज्यादा मीठा खाना भी हो सकता है। लेकिन कुछ घरेलू उपाय और समय रहते हमारी बीमारी का पता चल पाना ही हमें एक स्वस्थ जीवन जीने का मौका दे देता है। किसी भी बीमारी का समय रहते पता चल पाने से ही हम उसे बीमारी को समय रहते काबू में पा सकते हैं।
3- गर्भावधि मधुमेह Gestational Diabetes
गर्भावस्था में महिलाओं को बहुत सारी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है उसमें से एक गर्भवती डायबिटीज भी शामिल है क्योंकि यह डायबिटीज केवल गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं में ही देखने को मिलती है। डायबिटीज के होने के मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कि तनाव और स्ट्रेस की स्थिति ज्यादा मीठा खाना एक जगह बैठे रहना और दावों का सेवन आदि। माना जाता है कि यह डायबिटीज होने वाले बच्चों को भी होती है लेकिन समय रहते इसके उपचार करने पर इसे जल्द ही छुटकारा भी पाया जा सकता है। लेकिन वह कहते हैं ना की यह बीमारी कभी पीछा नहीं छोड़ता इसी तरह बढ़ते समय के साथ-साथ मां और बच्चे को नॉन इंसुलिन डायबिटीज होने की संभावना हो सकती है।
4-प्रीडायबिटीज Prediabetes
जब कुछ लोगों को हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या होती है तो उसे अवस्था में प्रीडायबिटीज होने की संभावना ज्यादा रहती है। जी के आप सभी लोग जानते हैं आजकल के तनाव और स्ट्रेस भरे माहौल के कारण लोगों का बीपी अक्सर हाई रहता है जिससे कि लोगों को और भी ज्यादा शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आप इस कंडीशन में अपनी हेल्थ को लेकर थोड़ा सा परहेज और डॉक्टर से कंसल्ट करते हैं तो आप अवश्य ही प्रीडायबिटीज होने जैसी समस्या से निजात पा सकते हैं और समय रहते खुद को स्वास्थ्य भी रख सकते हैं। आपकी थोड़ी सी बढ़ती गई लापरवाही के कारण आपको किडनी और दिल से जुड़ी समस्याओं को साथ अन्य समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल अवश्य ही पसंद आया होगा और हम यह भी आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दिए गए सुझावों को आप अपने दिनचर्या में अवश्य ही फॉलो करते होंगे। अभी स्वस्थ रहना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को ऐसे ही पढ़ते रहें और आगे भी शेयर करते हैं। हम आपके लिए हमेशा की तरह स्वास्थ्य संबंधी आर्टिकल्स लिखते रहेंगे और आप अपना प्यार और सपोर्ट बनाए रखें।