पाठन के लिए प्रसिद्ध हिंदी कविताएँ: हेलो दोस्तों। आज हम आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से पाठन के लिए कुछ प्रसिद्ध कवियों की प्रसिद्ध हिंदी कविताओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताना चाहते हैं। पाटन का मतलब होता है पढ़ कर सुनाना यदि आपको भी लोगों या छोटे बच्चों को कविताएं पढ़कर सुनाना आता है तो आप हमारे द्वारा नीचे बताई गई कविताओं को पढ़कर सुना सकते हैं और उन्हें जीवन में आगे बढ़ाने और सबके साथ अच्छा व्यवहार करने की प्रेरणा दे सकते हैं। यदि आपको भी पाठन के लिए प्रसिद्ध कविताएं सुनाई है तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
1-पाठन के लिए प्रसिद्ध हिंदी कविताएँ: मैं चल पडूंगा (लेखक हमजा पठान)
तमाम दुनिया से रूठ करके
तमाम वादों को झूठा करके
मैं चल पड़ूंगा।
तुम्हारे मैसेज तुम्हारा फोटो
या और कुछ मेरे पास हो तो
डिलीट करके वह भूल करके
मैं चल पड़ूंगा।
वह सारी गजलें जो लिख रखी हैं
जो मेरी आंखों में दिख रही हैं
तुम्हारे हाथों में छोड़कर के
मैं चल पड़ूंगा।
मेरी कहानी जो मर रही है
तुम्हारे होने से डर रही है
कि तुमको इसपे निसार करके
मैं चल पड़ूंगा।
मिलूंगा तुमसे वहां पर आकर
जहां पर हमको ना कोई बाटे
सजा को अपनी तमाम करके
मैं आ मिलूंगा मैं आ मिलेगा।
व्याख्या
इस कविता के माध्यम से लेखक हमजा पठान जी द्वारा बताया जा रहा है कि हमेशा अपनी जिंदगी को अपने शर्तों और नियम से जीना चाहिए। दूसरों के लिए जिंदगी जिओगे तो हमेशा अपनी खुशी को छोड़ना पड़ेगा। आज की दुनिया में हर कोई मतलब का यार है कौन आपको दोस्त दोस्त कहकर आपकी पीठ पीछे ही छूरा घोर दे आपको नहीं पता।
यदि आप अपने साथ किसी को लेकर चलते हैं बेशक वह आपका दोस्त ही क्यों ना हो लेकिन हमेशा उसे इंसान से सतर्क रहे क्योंकि कब किसकी नजर बदल जाए कुछ नहीं पता। इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि यदि आप एक नरम हृदय के इंसान है और हर किसी से प्यार करते हैं तो सबको अपने जैसा ना समझे क्योंकि बहुत सारे लोग आज की दुनिया में झूठ और फरेबी बने बैठे हैं जो कब आपकी अच्छाई का फायदा उठा लेंगे आपको पता भी नहीं चलेगा।
2- शिक्षा का बोध (लेखक अरुणा गुप्ता)
शिक्षा किसी घड़े को भरने जैसा नहीं है,
यह तो अग्नि प्रज्ज्वलित करने जैसा है। शिक्षा माँ की एक गोंद के सामान निर्मल,
इसमें हमारे सपने पनपते पल-पल। शिक्षा उज्ज्वल भविष्य के प्रकाश की ज्योति,
पुरस्कृत करके जीवन में रंग भर देती। शिक्षा सुख समृद्धि का ईश्वरीय भंडार,
शैक्षिक महानता के लिए आसान उपहार। यह हमें समृद्धि के मार्ग पर ले जाती
हमारे कल को एक अच्छी सुरक्षा देती। हमारी सोच को एक अलग रूप देती,
हमारी सारी अज्ञानता को दूर भगा देती। भविष्य की कमाई में मदद करवाने वाली,
हमारे असली चरित्र को आकार देने वाली। किताबी ज्ञान के बारे में सिखलाती,
व्यावहारिक ज्ञान का बोध करवाती। सही और गलत के बीच का भेद कराती,
एक सीढ़ी जो हमें उस ऊंचाई तक ले जाती है। जहाँ मिल जाये शिक्षा ग्रहण करलो वहीँ से,
कब कहाँ काम आ जाये करो इस्तेमाल वहीँ पे।
व्याख्या
इस कविता के माध्यम से लेखक अरुणा गुप्ता जी द्वारा कहा जा रहा है कि शिक्षा कोई घास नहीं है जो घोड़े के समान भरते चलो बल्कि यह तो हृदय में अग्नि प्रज्वलित करने जैसा है जहां आपको सही और गलत में फर्क सिखाया जाता है। आप एक पढ़े-लिखे और अनपढ़ इंसान में खुद ही अंतर देख सकते हैं जहां एक और अनपढ़ को कई बार चीजों को समझने के बाद भी सही नहीं लगती वहीं दूसरी और एक पढ़ा लिखा इंसान अपनी सोच-बस से सही और गलत दिशा का अनुभव कर सकता है। शिक्षा एक ऐसी सिद्धि है जिसे धीरे-धीरे ऊपर जाने के बाद आप निश्चित ही सफलता प्राप्त कर सकते हो।
माता-पिता के बाद एक गुरु ही होता है जो अपने शिष्य को सही गलत अच्छा बुरा दिन दुनिया के बारे में चीजों को समझाते हुए चलता है। इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमें भी अपने जीवन में शिक्षा का महत्व को समझना होगा और उसे रास्ते पर चलना होगा जहां कामयाबी हमारे कदम चूमेगी। शिक्षित होने के बाद ही हमारा जीवन सुरक्षित और सुख समृद्धि के साथ व्यतीत होता है वरना अनपढ़ बेचारा जीवन में संघर्ष करता रह जाता है। इस कविता से हमें यह भी सीख मिलती है कि जो लोग जागृत करना चाहिए ताकि यही बच्चे कल देश का भविष्य बने।
3-पाठन के लिए प्रसिद्ध हिंदी कविताएँ: तुम और मैं (लेखक प्रफुल सिंह)
जैसा होगा तुम्हारा व्यक्तित्व
वैसा मेरा होगा चरित्र ।
तुम राधा होगी
मैं कृष्णा बन जाऊंगा।
अगर तुम आग
तो मैं भस्म बन जाऊंगा।
वैसे ही लिखूंगा
तुम्हें जैसी होगी तुम कथित।
जैसा होगा तुम्हारा व्यक्तित्व
वैसा मेरा होगा चरित्र।
तुम होगी रिवाज
तो मैं रस्म बन जाऊंगा।
अगर होगी आत्मा
तो मैं जिस्म जाऊंगा।
बलम स्याही से नही
भीतर के एहसास से करूंगा रचित।
जैसा होगा तुम्हारा व्यक्तित्व
वैसा होगा मेरा चरित्र।
व्याख्या
इस कविता के माध्यम से लेखक प्रफुल्ल सिंह जी द्वारा बताया जा रहा है कि यदि आपका किसी के साथ बहुत मजबूत रिश्ता है या आपको मजबूत रिश्ता बनाना है तो सबसे पहले आपको उसे इंसान के व्यक्तित्व को जानना होगा क्योंकि जब तक आप किसी को पूरे मन से उसकी आत्मा से नहीं पहचानते तब तक आपका रिश्ता कभी भी मजबूत नहीं हो सकता। कवि द्वारा कहा जा रहा है कि एक मजबूत रिश्ता दिया और बातें की तरह होता है।
राधा और कृष्ण की तरह एक मजबूत रिश्ते की नींव रखी जाती है। इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमारा रिश्ता हमारे लिए उतना ही हम होना चाहिए जितना हमारे जीवन में हमारे कार्य हैं। दोस्तों को समय देने से ही रिश्ते मजबूत बनते हैं इसलिए आपके नजदीक जो भी रिश्ते हैं उन्हें वक्त दिन साथ गुजरे और अपने रिश्ते की नीव विश्वास के ऊपर रखें।
4- आज और कल (लेखक प्रफुल सिंह)
उनसे हास परिहास ना जाने कब
उनका उपहास हो गया।
कल पानी था उनके लिए
मैं आज प्यास हो गया।
कल तक उनसे मिलना
धरती के जैसा था
आज उनको छूना भी
आकाश हो गया।
व्याख्या
इस कविता के माध्यम से लेखक प्रफुल्ल सिंह जी द्वारा कहा जा रहा है कि इस छोटी सी कविता में या यूं कहूं कि आज और कल जैसे शब्दों में बहुत गहरी बात छुपी हुई है। कविता का उद्देश्य केवल इतना है कि समय के साथ-साथ लोगों की नजरों में रिश्ते इतनी तेजी से बदलते हैं कि जो लोग कल आपके लिए एक जरिया बने हुए थे आपकी जिम्मेदारियां को पूरा करने के लिए आज वही लोग आपके लिए प्यास बन चुके हैं यानी के जो आपकी जरूरत को पूरा नहीं कर सकते।
ऐसे लोगों के लिए बहुत मुश्किल होता है यह समझना के जिन्हें मैं अपना मानते थे और अपने करीब रखते थे आज उनको देखना और छूना आकाश के समान हो गया है। इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि मनुष्य को केवल अपने कर्म करते रहने चाहिए उसे किसी से उम्मीद नहीं लगानी चाहिए क्योंकि वक्त कब कहां किसी और करवट ले ले आपको नहीं पता इसी तरह लोग भी बदलते हैं।
हम उम्मीद करते हैं दोस्तों की पाटन के लिए हमने जो भी प्रसिद्ध कविताएं आपको विस्तार पूर्वक बताई हैं आपको यह अवश्य ही पसंद आई होगी। आगे भी हम आपके लिए इसी तरह के लेख लेकर आते रहेंगे और आप हमेशा की तरह अपना प्यार और सपोर्ट बनाए रखें। हमारे द्वारा दी गई जानकारी यदि आपको अच्छी लगती है तो आप आगे भी शेयर कर सकते हैं।